औढनी जब से उडी-उडी
दिल धडके मेरा घडी-घडी
दिल धडके मेरा घडी-घडी
अनजान याद से जुडी-जुडी
मेरी सब राहें मुड़ी मुड़ी
मेरी सब राहें मुड़ी मुड़ी
चाहे जुल्फें उलझी-उलझी
पर उलझन सब सुलझी-सुलझी
जो कहते थे मेरे दुखड़े
ध्यान था तब बिखरा-बिखरा
पर अब है मन निखरा-निखरा
जब से तुम से मैं मिली-मिली
कितनी रहती हूँ खिली-खिली
सपने नयनों में यों जुड़े जुड़े
जब से ये नयना लड़े लड़े
गम हुए सभी अब जुदा जुदा