रविवार, 8 अप्रैल 2012

आली रे होली

आली रे होली सखियों आज होली आली रे
पी कर सुब्ह सवेरे चाय की प्याली
भर कर बाल्टी रंगों की सभी खली खली
आली रे आली भाइयो आज होली आली रे
सब सखियाँ हेंरंगी यूं ज्यों फूलों की डाली
भाई भी सभी ऐसे मेंकयूं रहे खाली जी खाली
भर कर लाओ भांग गिलास हो या हो पियाली
नहीं बचे गा कोई आज जीजा हो या हो साली
आली रे होली उम्मा आज होली आली रे
रंग डालो सभी आज नहीं देगा कोई भी गली
कैसा भी हो रंग चेहरे का छाई है फिर भी लाली
धूम मचा कर भंग चदा कर ले कर रंगों से लाली
मिल कर कर गले हमने आज हर ख़ुशी है पाली
आली रे होली बाप्पा आज होली आली रे आली

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