चूडियाँ
रंग बिरंगीइंदर धन्नुष सी चूड़ियाँ
लाल हरी नीली पिलीसब रंगून की चूद्रियाँ
 माँ बहन पत्नी बेटी भी पहने चूड़ियाँ
 मौसो चची भुआ दादी नानीमामी ने भी पहनी चुरियाँ
लाल हरी नीली पिली चुरियाँ
 कांच की लाख की स्टील की  रबड़  की
 सोनेकी चांदी   की चूड़ियाँ 
 घुंगरू वाली  वाली नाग्गून जडी नगीने जडी 
हर औरत का सिंगार करें हरी भरी चूड़ियाँ
 हर अवसर पर पहनी  जाएं चूड़ियाँ
 लक्ष्मी जो जन्मी पहनाएं काली  चूड़ियाँ
 नजर न लगे कहीं  मेरी दुलारी की  चूड़ियाँ
 पहने नन्हे हाथ कभी चांदी  की सोने की
 घुंगरू वाली चूड़ियाँ
 रोंनं  झुन करती कभी खनकती ी
 घर की रौनक चूड़ियाँ
पीले हो जाएं हाथ जो तो पहने
 लाल चूडा लाल हरी चूड़ियाँ
 सुहागन पहने लाल हरी नीली पिली नीली चूड़ियाँ 
  माथे  टीका  नाक में नथनी पायल कुमकुम तगरी झुमके
 अन्गोठी कजरा गजरा सब  हैं निभाते साथ हैं ऐसी  हैं यह चूड़ियाँ
 यह सुहागन की चूड़ियाँ
 ये सहेली सभीकी लाल हरी नीली पिली
 सोने चांदी  की कांच की चूड़ियाँ
 मैं भी पहनू तुम भी पहन हम सब पहने
 यह प्यारी चूड़ियाँ
जीवन भर यह साथ निभाएं पर जब कोई अपना छोरे जाए  साथ
टूट टूट जाएं चूड़ियाँ
सगे सम्बन्धी सखी सहेली
मिल कर सभी तोड़ डाले चूड़ियाँ
फिर  न सजें  ना भाएं
उसी कलाई में वही
लाल हरी नीली पिली चूड़ियाँ
सुख के दुःख की कथा सुनें यह रंगीली चूड़ियाँ
बचपन में खिलौने टूटी फूटी चूडिआं
सुहागन के दिल के तुक्रे यह रंगीली चूडिआं
 विधवा की दुःख भरी कहानी यह निगोरी चूड़ियाँ
 हाय
 कितनी प्यारी हुआ करती यह चूड़ियाँ
 अब न भाएं यह सारी चूड़ियाँ
हर औरत का गहनाहर कुंवारी  का सपना
 हर बच्ची का शौंक हर अल्हड का सजना सजाना चूडिआं
 
 कितनी प्यारी बहुत सारी मन को भाएं कलाई मेंसज जाएं
लाल हरी नीली पिली यह सारी चूडिआं
 
 
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें